देखिए गर्मी से हालात यह हैं कि उत्तर भारत में कई शहरों में जो तापमान है वह 50° को भी क्रॉस करता हुआ नजर आ रहा है। गर्मी से जहां हीट स्ट्रोक यानी कि लू लगने के केसेस में काफी इजाफा हुआ है वहीं बच्चों से जुड़ी एक खास बीमारी जिसका नाम है स्टमक फ्लू।
स्टमक फ्लू के केसेस भी बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो कैसे यह खतरनाक साबित हो सकता है बच्चों के लिए ?
क्या होता है स्टमक फ्लू ?
कैसे होता है और कैसे इसे रोका जा सकता है ?
वह तमाम सावधानियां बताएंगे
दरअसल पेट में होने वाली एक बीमारी है जिसका नाम है स्टमक फ्लू। तेज गर्मी हो रही है और तेज गर्मी से जैसा हम जानते हैं कि सभी लोग बेहाल हैं तापमान बढ़ने से कई जो बीमारियां हैं वो पैदा हो रही हैं। उल्टी, दस्त और पेट से संबंधित समस्याएं काफी ज्यादा इस वक्त बढ़ गई हैं। और खास तौर पर बच्चों को इस मौसम में काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। जो कि हम देख भी रहे हैं। इस वक्त अगर हम बात करें जो हालात हैं अस्पतालों में ऐसे काफी केसेस आ रहे हैं जिसमें बच्चों को पेट से संबंधित जो दिक्कतें हैं वह देखने को मिल रही है। बच्चों को पेट में दर्द, उल्टी, दस्त की समस्या काफी ज्यादा हो रही है।
अब डॉक्टर्स का इस पर क्या कहना है डॉक्टर्स का साफ कहना है कि ये लक्षण स्टमक फ्लू की बीमारी का साफ संकेत है।
अब अगर किसी भी बच्चे को यह समस्या हो रही है तो उसको करना क्या है ?
उसे सबसे पहले तो यह है कि नजरअंदाज नहीं करना है। लापरवाही करने से उस बच्चे की तबीयत और भी ज्यादा खराब हो सकती है। दिल्ली एम्स की अगर बात करें तो दिल्ली एम्स में बाल रोग विभाग में डॉक्टर राकेश बागड़ी उनकी तरफ से खुद यह बताया गया है कि तेज गर्मी की वजह से वायरल गैस्ट्रो एंट्राइटिस की जो समस्या है वह काफी ज्यादा बढ़ गई है।बच्चों के अंदर। यह पेट की एक बीमारी है जिसको स्टमक फ्लू कहा जाता है। यह डॉक्टर की तरफ से बताया गया।
इसमें समस्या क्या होती है और कैसे इससे बचा जा सकता है?
अब यह भी हम जानेंगे कि इसमें समस्या क्या होती है और कैसे इससे बचा जा सकता है ? अब चलिए आपको य बताते हैं कि आखिर स्टमक फ्लू होता कैसे है ताकि आप इससे सावधान रहे और अपने बच्चों को इस बीमारी से बचा सकें। दरअसल डॉक्टर्स के मुताबिक गर्मियों में जो खाना है बहुत जल्दी खराब हो जाता है हम सब जानते हैं। ऐसे मौसम में खास तौर पर न्यूरो वायरस और एस्ट्रो वायरस काफी ज्यादा पनपने लगता है। उस खाने के अंदर और अगर कोई भी बच्चा उस दूषित भोजन को खा लेता है तो यह बैक्टीरिया उसके शरीर में उस बच्चे के शरीर में प्रवेश कर लेता है। और इससे सका जो पेट है वो उस संक्रमण की चपेट में आ जाता है और इसके बाद इसी वजह से उस बच्चे को स्टमक फ्लू जैसी जो बीमारी है वो हो जाती है। जितनी ज्यादा गर्मी होती है उतनी ज्यादा य जो बैक्टीरिया है और ज्यादा पनपते हैं और गर्मी के साथ-साथ बरसात में भी ये जो बैक्टीरिया है वो खाने में आसानी से परपता है।
इस बात का आपको ख्याल रखना है कि जो बासा खाना है वो आप ना खाएं अपने बच्चों को ना खिलाए क्योंकि इसी से स्टमक फ्लू बीमारी का खतरा काफी ज्यादा होता है। सावधान रहे अपना ख्याल रखें।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
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