साल 1918 स्पेनिश फ्लू ने महज चार महीनों में पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों की जान ले ली। इससे कुछ साल पहले पहला विश्व युद्ध भी शुरू हुआ था। इसके बाद द्वितीय विश्व युद्ध भी हुआ। कई देशों में गृह युद्ध हुए। समय की सुई घूमी और दुनिया ने कोरोना महामारी को भी देख लिया।
लेकिन क्या एक ऐसा शख्स हो सकता है जिसने यह भी दौर देखा हो और देखे तो देखें 113 साल की उम्र में उस शख्स ने अपना बर्थडे भी मनाया और वह कोरोना से संक्रमित भी हुई फिर भी वह पूरी तरह से ठीक होकर वापस लौटी। लेकिन 20 अगस्त 2024 को इस महिला ने 117 साल की उम्र में दम तोड़ दिया। इनका नाम है मारिया ब्रान यास मोरेरा।
गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जनवरी 2023 में 118 साल की उम्र की फ्रांसीसी नन लसल रैंडन की मौत के बाद आधिकारिक तौर पर ब्रान यास को दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति के रूप में स्वीकार किया था। अपनी मौत से पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट किया था "और अब मेरी आवाज मौत के साथ खामोश हो जाएगी तो मेरा दिल तुमसे प्यार की बातें करता रहेगा। टैगो मुझे कमजोरी महसूस हो रही है समय आ रहा है रो मत मुझे आंसू पसंद नहीं और सबसे बढ़कर मेरे लिए कष्ट मत उठाना। आप मुझे जानते हैं मैं जहां भी जाऊंगी खुश रहूंगी। क्योंकि किसी ना किसी तरह मैं हमेशा आपको अपने साथ ले जाऊंगी। "
उनकी मौत के बाद उनके परिवार ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी और लिखा कि मार्या ब्रास हम सबको छोड़ चली गई हैं। वह जिस तरह से जाना चाहती थी वैसे ही चली गई। बिल्कुल शांत चिर निद्रा में और बिना किसी पीड़ा के।
अब मारया ब्रान यास की पैदाइश के बारेमें भी जान लेते हैं।
मारिया ब्रान यास का जन्म 4 मार्च 1907 को सैन फ्रांसिस्को में हुआ था और उनका परिवार मैक्सिको से संयुक्त राज्य अमेरिका चला गया था। 1915 में जब प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत हुई तो उनके परिवार ने अपने मूल स्पेन में ही लौटने का फैसला किया लेकिन इसी दौरान उनके पिता की मौत हो गई और उसी समय उन्हें एक ताबूत में समुद्र में फेंकना पड़ा। इसके बाद ब्रान यास और उनकी मां बार्सिलोना में बस गई। स्पेन के 1936 से 49 के गृह युद्ध की शुरुआत से 5 साल पहले 1931 में उन्होंने एक डॉक्टर से शादी कर ली। लेकिन कुछ साल बाद उनके पति की मौत हो गई। उनके तीन बच्चे थे। जिसमें से एक की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। उनकी 11 पोते पोतिया और कई पर पोते पर पोतिया हैं। यह था उनका परिवार।
लेकिन उनकी लंबी उम्र का राज हर कोई जानना चाहता था। और इसी वजह से उनके डीएनए पर रिसर्च भी चल रही थी। दरअसल साल 203 में बार्सिलोना यूनिवर्सिटी के रिसर्चर की टीम का हिस्सा रहे माने स्टेलर ने डीएनए का अध्ययन करके उनकी लंबी उम्र के कारणों का पता लगाया था। तब प्रोफेसर ने यह बताया था कि उनका दिमाग पूरी तरह से ल्युसिड है। वह 4 साल की उम्र में उन घटनाओं को बहुत बारीकी से बताती हैं जो उन्हें याद है और उन्हें कई हार्ट संबंधी बीमारी नहीं है जो कि बुजुर्गों में आम है। उन्हें सिर्फ चलने फिरने और सुनने की समस्या है और इस बात पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है।
इसके अलावा उनकी छोटी बेटी से भी जब यह सवाल किया गया था तो उन्होंने एक इंटरव्यू में यह बताया था कि वह कभी अस्पताल नहीं गई। उनकी कभी कोई हड्डी नहीं टूटी वो ठीक है उन्हें कोई दर्द नहीं नहीं होता और उन्होंने एक तरह से इसका क्रेडिट अपने जेनेटिक्स को दिया था।
अब अमेरिकी जेरंटोलोजी रिसर्च ग्रुप के मुताबिक ब्रान की मौत के बाद दुनिया में सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति जापान की टोमीको इटका है। इनका जन्म 23 मई 1908 को हुआ था और अब वह 116 साल की है। अब तक सबसे लंबी उम्र तक जीने का रिकॉर्ड फ्रांसिसी महिला जिन लुई का है। इनकी मृत्यु 1997 में 122 साल और 164 दिन की उम्र में हुई थी।
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(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
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