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जानिए रेलवे का पूरा इतिहास, अतीत और वर्तमान के बारे में सब कुछ



 रेलवे का आविष्कार कब हुआ था?


रेलवे का आविष्कार 1804 में ब्रिटिश इंजीनियर रिचर्ड ट्रेविथिक द्वारा हुआ था। ट्रेविथिक ने एक पावरफुल यांत्रिक इंजन विकसित किया जिसे "पुलिसलेशन" नामक इंजन कहा गया था। यह इंजन रेल पटरी पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसमें एक गटर सिस्टम द्वारा प्रेरित गड़बड़ी करने वाला पिस्टन और रोड होती थी जो गाड़ी को आगे बढ़ाती थी।

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हालांकि, पहली वाणिज्यिक रेलवे 1825 में इंग्लैंड के स्टॉकटन और डर्बी के बीच स्थापित की गई थी। इसके बाद, रेलवे नेटवर्क विस्तारपूर्वक विकसित हुआ और विभिन्न देशों में उद्योगीकरण के दौरान रेलवे लाइनें बनीं।

भारत में पहली रेलवे लाइन 1853 में मुंबई और ठाणे के बीच स्थापित की गई थी और इससे भारतीय रेलवे की शुरुआत हुई। इसके बाद से, भारतीय रेलवे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है और आज भारत में एक विशाल रेलवे नेटवर्क है जो देश के विभिन्न भाग में फैलता है|

दुनिया मे सबसे ज्यादा रेलवे नेटवर्क किसके पास है?

वर्तमान में चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। चीनी रेलवे नेटवर्क काफी विस्तृत है और देश के अधिकांश हिस्सों को कवर करता है। चीनी रेलवे सिस्टम को उच्च गति और ऊर्जावान हाइस्पीड ट्रेनों के लिए भी प्रस्तुत किया जाता है। यह रेलवे नेटवर्क अत्यधिक यात्रियों को संचालित करता है और व्यापक भूमि पर रेल सुविधाएं प्रदान करता है।

इसके अलावा, अन्य देश जिनके पास महत्वपूर्ण रेलवे नेटवर्क हैं उनमें भारत, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, जापान और ब्राज़िल शामिल हैं। ये सभी देश अपने क्षेत्र में बड़े और व्यापक रेलवे नेटवर्क के साथ यात्रियों और माल को संचालित करते हैं।

दुनिया मे सबसे फास्ट रेल किसने बनाई थी?


सबसे फास्ट रेल, जिसे हाइस्पीड रेल (High-Speed Rail) के रूप में जाना जाता है, तकनीकी रूप से कई देशों ने विकसित की हैं। हाइस्पीड रेल का आविष्कार और विकास विभिन्न देशों के यांत्रिक और रेलवे इंजीनियरों द्वारा किया गया है।

यद्यपि, जर्मनी की कंपनी "सिमेंस" (Siemens) और जापानी कंपनी "हिताची" (Hitachi) ने मिलकर 1964 में विश्व की पहली हाइस्पीड रेल लाइन को तैयार किया था। इस लाइन का नाम "शिंकंसेन" (Shinkansen) है, और इसे जापान में चालू रखा गया है। शिंकंसेन का आरंभिक मॉडल 1964 टोक्यो ओलंपिक के अवसर पर तैयार किया गया था।

इसके बाद से, विभिन्न देशों ने अपनी खुद की हाइस्पीड रेल लाइनें विकसित की हैं और स्वतंत्रता से इनका विकास किया है। आज, जापान, चीन, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, उत्तरी अमेरिका, और दक्षिणी कोरिया जैसे देशों में हाइस्पीड रेल सेवाएं उपलब्ध हैं, जो बहुत उच्च गति पर यात्रा करती हैं।

भारत में अब सबसे तेज चलने वाली ट्रेन कौन सी है?

भारत में सबसे फास्ट रेल लाइन का नाम है "वंडें भारत एक्सप्रेस" (Vande Bharat Express) या "ट्रेन 18" (Train 18)। यह रेल ट्रेन भारतीय रेलवे द्वारा विकसित की गई है और 2019 में शुरू हुई थी। वंदें भारत एक्सप्रेस की अधिकतम गति 180 किलोमीटर/घंटा (km/h) है।

इसके अलावा, भारत में भी हाइस्पीड रेल के विकास के लिए काम चल रहा है। भारत सरकार द्वारा "बुलेट ट्रेन" यानी शिंकंसेन की तरह की हाइस्पीड रेल लाइनों के निर्माण के लिए परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें "मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कोरिडोर" और "दिल्ली-आगरा बुलेट ट्रेन कोरिडोर" शामिल हैं। इन बुलेट ट्रेन कोरिडोरों पर तेज गति की रेल सेवाएं प्रदान की जाएँगी। यह परियोजनाएं भारत में हाइस्पीड रेल सेवाओं को मजबूती से बढ़ाने का लक्ष्य रखती हैं।

भारत में बुलेट ट्रेन कब तैयार होती है?

भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत "मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर" बहुत महत्वपूर्ण है। इस प्रोजेक्ट के तहत भारत और जापान सरकार ने मिलकर काम किया है।

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का इंटरचेंज हाई-स्पीड पर आधारित होगा। इस बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का निर्माण 508 किमी की लंबाई में किया जाएगा, जिसमें से 21 किमी का निर्माण सुरंगों में किया जाएगा।

यह बुलेट ट्रेन कॉरिडोर तेज गति से चलने वाली हाई स्पीड रेल सेवाएं प्रदान करेगा। इसकी अधिकतम गति 320 किमी प्रति घंटा होगी। इस परियोजना में शिंकानसेन के तकनीकी तत्वों का इस्तेमाल किया जाएगा। यह बुलेट ट्रेन कॉरिडोर मुंबई और अहमदाबाद के बीच समय की बचत करेगा और दोनों शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की अनुमानित लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है और इसका निर्माण 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।

दिल्ली-आगरा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर: परियोजना का उद्देश्य दिल्ली और आगरा के बीच बुलेट ट्रेन सेवा प्रदान करना है। यह लाइन भारतीय रेलवे द्वारा बनाई जा रही है और यह हाई-स्पीड ट्रेन सेवाएं प्रदान करेगी। इस परियोजना का निर्माण भी प्रगति पर है और इसके जल्द ही चालू होने की उम्मीद है।

(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें)

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