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डूबे टाइटैनिक के मलबे का दौरा करेगा एक और अरबपति!



एडवेंचर के शौकीन लोगों को किसी बात से डर नहीं लगता। फिर चाहे वह समंदर में हजारों फीट नीचे गोता लगाना हो या हजारों फीट की ऊंचाई से कूदना हो। 

डूबे टाइटैनिक के मलबे का दौरा करेगा एक और अरबपति!


कुछ लोगों का यही पैशन होता है। ऐसे ही एक एडवेंचर है टाइटनिक का मलबा देखना। बीते साल टाइटनिक का मलबा दिखाने गई पंडूबी भी हादसे का शिकार हो गई थी। इसमें सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के साल भर बाद एक और अरबपति टाइटनिक का मलबा देखने की तैयारी में है। इस शख्स का नाम है लरी कॉर्नर। 


लरी कॉर्नर टाइटन सबमरीन में बैठकर टाइटनिक का मलबा देखने जाएंगे। उनके साथ टाइटन के कोफाउंडर पैट्रिक लाहे भी इस यात्रा का हिस्सा होंगे। इसके लिए कॉर्नर ने टाइटन 4000 एक्सप्लोरर नाम के एक समर्सिबल वेसल डिज़ाइन की है। जो समंदर में 4000 मीटर की गहराई तक जा सकती है। इसकी वजह से इस पंडूबी का नाम टाइटन 4000 रखा गया है। इसको बनाने में 166 करोड़ का खर्च आया है हालांकि सबमरीन कब समंदर में गोता लगाएगी तारीख तय होना भी बाकी है। 


टाइटन के कोफाउंडर पैट्रिक ने द वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं दुनिया को दिखाना चाहता हूं कि समुद्र ताकतवर होने के साथ-साथ कितना बेहतरीन भी है। अगर आप सही कदम उठाएंगे तो एक यात्रा जीवन को लेकर आपका नजरिया बदल सकती है। साल 2023 में जब टाइटन पंडूबी में विस्फोट हुआ था तब कॉर्नर ने मुझे फोन करके कहा कि हमें एक नई पंडूबी बनानी चाहिए। जो यात्रियों को टाइटन के मलबे तक सुरक्षित ले जाने में सक्षम होनी चाहिए। हमें यह साबित करना होगा कि टाइटन सबमरीन में खामी थी लेकिन असल में यह यात्रा उतनी खतरनाक नहीं है। 


जानकारी के लिए बता दें कि 18 जून 2023 को टाइटन सबमरीन अटलांटिक महासागर में 12000 फीट नीचे गई थी। इसके बाद यह लापता हो गई थी। चार दिनों की खोजबीन के बाद 22 जून को इसका मलबा टाइटेक जहाज से 1600 मीटर दूर मिला था। इसमें सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ओशन गेट कंपनी के सीईओ स्टॉकटों रश, सबमरीन ड्राइवर पॉल हेनरी, पाकिस्तान ब्रिटिश अरबी शहजादा दाऊद, उनका बेटा सुलेमान और ब्रिटिश अरबपति हेमस हार्डिंग है। अनुमान लगाया गया था कि पंडूबी में इंप्लस यानी आंतरिक विस्फोट हुआ था। अमेरिकी नेवी के एक अफसर के मुताबिक टाइटन पंडूबी की आखिरी लोकेशन टाइटनिक जहाज के पास ही रिकॉर्ड की गई थी। लापता होने के कुछ देर बाद रडार पर विस्फोट से जुड़े कुछ सिग्नल भी मिले थे। इस सब मरीज को ओशन गेट कंपनी ने बनाया था। इसकी साइज एक ट्रक के बराबर थी। इसकी लंबाई 22 फीट लंबी और चौड़ाई 99.2 फी थी। पंडूबी कार्बन फाइबर से बनी थी। इसमें पांच लोगों के बैठने का इंतजाम था। बाहर का नजारा देखने के लिए व्यूइंग पोर्ट होता था जबकि इसके सामने वाला भाग में टाइटेनियम कैप होता था। जो इससे मजबूती देता है। प्रेशर वेसल में 96 घंटों का लाइव सपोर्ट होता है और यह सबमरीन 4000 मीटर की गहराई तक जा सकती थी। 


टाइटनिक का मलबा देखने जाने के लिए प्रति व्यक्ति ₹2 करोड़ फीस ली गई थी। यह सबमरीन समुद्र में रिसर्च और सर्वे के भी काम आती थी। 


टाइटनिक जहाज का मलबा अटलांटिक ओशन में मौजूद है। यह कनाडा के न्यू फाउंडलैंड के सेंट जॉन्स से 700 किमी दूर है। मलबा अटलांटिक महासागर में 3800 मीटर की गहराई में है। पंडूबी का यह सफर भी कनाडा के न्यू फाउंडलैंड से ही शुरू होता है। तकरीबन दो घंटों में सबमरीन उस जगह पहुंच जाती है जहां टाइटनिक क मलबा मौजूद। 


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें)

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