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अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा? सबको जानना ज़रूरी



आजकल सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज के प्रवचन बहुत तेज़ी से वायरल हो रहे हैं। देश-विदेश में उनके लाखों अनुयायी हैं और वे राधा रानी के प्रखर भक्त के रूप में जाने जाते हैं। महाराज जी अपने सत्संग के माध्यम से लोगों को जीवन जीने की कला सिखाते हैं और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर मार्गदर्शन देते हैं। उनके सत्संग में कई जानी-मानी हस्तियाँ शामिल हुई हैं, जिनमें अनुष्का शर्मा, विराट कोहली, ग्रेट खली, और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे नाम प्रमुख हैं। कुछ राज्यों के मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी महाराज जी से मिलने आते रहते हैं।

अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा? सबको जानना ज़रूरी

 

हाल ही में, महाराज जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वे एक भक्त के प्रश्न का उत्तर देते हुए अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बारे में बात कर रहे हैं। इस दुखद घटना पर महाराज जी के शब्द गहरे अर्थ लिए हुए हैं और वे जीवन की क्षणभंगुरता तथा ईश्वर पर भरोसे की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं। यह सिर्फ एक घटना पर टिप्पणी नहीं, बल्कि जीवन के सबसे बड़े सत्य - मृत्यु की अनिश्चितता और उससे निपटने के लिए आध्यात्मिक तैयारी पर एक गहरा उपदेश है। आइए जानते हैं कि प्रेमानंद महाराज ने इस हृदय विदारक विमान दुर्घटना को लेकर क्या कहा, और क्यों उनके शब्द आज हर किसी के लिए महत्वपूर्ण हैं।

विमान दुर्घटना पर प्रेमानंद महाराज का हृदयविदारक बयान

वायरल वीडियो में, एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बारे में पूछा कि यह कैसे हुआ। इस पर महाराज जी ने अत्यंत भावुकता और करुणा के साथ उत्तर दिया। उन्होंने कहा, "आपको क्या लगता है कि एक जीवित इंसान कैसे जला होगा? उसने कितनी पीड़ा सहन की होगी?" महाराज जी ने श्रोताओं को अपनी जगह रखकर सोचने को कहा: "अपने आप को वहाँ रखकर देखिए कि अगर किसी जीवित व्यक्ति पर पेट्रोल छिड़क कर जलाया जाए, तो वह कितनी बुरी मौत है। चेतना में जलना यह बहुत ही भयंकर पीड़ा है।"

महाराज जी के ये शब्द इस बात पर जोर देते हैं कि दुर्घटना कितनी भयानक थी और उसमें फंसे लोगों ने कितनी असहनीय पीड़ा झेली होगी। यह हमें जीवन की अनिश्चितता और एक पल में सब कुछ खत्म हो जाने की सच्चाई का एहसास कराता है।

जीवन की क्षणभंगुरता और ईश्वर के शरण में रहने का महत्व

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह दुर्घटना किसी के भी साथ हो सकती है। "यह हमारे साथ भी हो सकता है। हम भी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।" यह उपदेश हमें बताता है कि जीवन कितना अनिश्चित है और किसी को नहीं पता कि अगला पल क्या लेकर आएगा। इसी कारण महाराज जी ने भगवान के शरण में रहने और ईश्वर के नाम का जप करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "क्योंकि किसी को नहीं पता कि हम यहाँ से कब खत्म हो जाएँगे।"


 

उदाहरण देते हुए महाराज जी ने बताया, "आप आराम से जा रहे हैं और एक कार आकर आप पर चढ़ जाती है। ऐसे कई किस्से बने हैं।" ये सरल उदाहरण जीवन की अप्रत्याशितता को उजागर करते हैं और हमें हर पल सतर्क और आध्यात्मिक रूप से तैयार रहने की प्रेरणा देते हैं।

पापों से मुक्ति और नैतिक जीवन का महत्व

प्रेमानंद महाराज ने अपने उपदेश को आगे बढ़ाते हुए बताया कि विमान में बैठे लोग तो जल गए, लेकिन जहाँ विमान गिरा, वहाँ भी जान-माल का नुकसान हुआ होगा। उन्होंने इस नश्वर दुनिया की वास्तविकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, "यहाँ कब, कहाँ क्या हो जाए यह कोई नहीं जानता।"

इसलिए, उन्होंने हमें इस विश्वास को रखने की सलाह दी कि "जिस भगवान ने गर्भ में हमारा रक्षण किया है, वही भगवान हमारा रक्षण करेगा।" इस विश्वास के साथ, महाराज जी ने ईश्वर का नाम जपने और पापों का नाश करने पर बल दिया। उन्होंने विशेष रूप से कुछ नैतिक सिद्धांतों पर जोर दिया, जिन पर चलना आवश्यक है:

  • "इसलिए ही हम बार-बार कहते हैं कि मांस न खाओ, शराब न पीयो और हिंसा न करो।"
  • "दूसरा, अपनी बहनों और बेटियों पर बुरी नज़र न डालो।"

महाराज जी ने चेतावनी दी कि "क्योंकि जब यह कृत्य आपके सामने आएगा, तब आप कुछ नहीं कर सकेंगे।" अंत में उन्होंने निष्कर्ष निकाला, "इसलिए इस भयानक दुनिया में अगर कोई आपको बचा सकता है, तो वह भगवान है।" यह उपदेश हमें केवल आध्यात्मिक रूप से ही नहीं, बल्कि नैतिक रूप से भी शुद्ध जीवन जीने की प्रेरणा देता है, ताकि हम जीवन की चुनौतियों और अनिश्चितताओं का सामना कर सकें।

FAQ - प्रेमानंद महाराज और अहमदाबाद विमान दुर्घटना

प्रश्न 1: प्रेमानंद महाराज ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर मुख्य रूप से क्या कहा?

उत्तर 1: प्रेमानंद महाराज ने इस घटना को एक अत्यंत पीड़ादायक और भयानक मृत्यु बताया, जिसमें जीवित लोगों को जलना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी दुर्घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं, इसलिए हमें हमेशा ईश्वर के नाम का जप करना चाहिए और उनके शरण में रहना चाहिए।

प्रश्न 2: प्रेमानंद महाराज के अनुसार जीवन में दुर्घटनाओं से बचने का उपाय क्या है?

उत्तर 2: महाराज जी के अनुसार, जीवन की अनिश्चितताओं और दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें भगवान के शरण में रहना चाहिए और जितना संभव हो सके उनके नाम का जप करना चाहिए, क्योंकि यह नश्वर दुनिया है और कुछ भी कभी भी हो सकता है।

प्रश्न 3: प्रेमानंद महाराज ने अपने उपदेश में किन नैतिक बातों पर जोर दिया है?

उत्तर 3: प्रेमानंद महाराज ने मांस न खाने, शराब न पीने, हिंसा न करने और बहनों-बेटियों पर बुरी नज़र न डालने जैसी नैतिक बातों पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ये कर्म अंततः हमारे सामने आते हैं और उनसे बचने के लिए भगवान की भक्ति ही एकमात्र सहारा है।

प्रश्न 4: प्रेमानंद महाराज के कुछ प्रसिद्ध अनुयायियों के नाम क्या हैं?

उत्तर 4: प्रेमानंद महाराज के प्रसिद्ध अनुयायियों में अनुष्का शर्मा, विराट कोहली, ग्रेट खली, और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे नाम शामिल हैं। कई राज्यों के मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी उनसे मिलने आते रहते हैं।

प्रश्न 5: प्रेमानंद महाराज किसके भक्त हैं और वे क्या उपदेश देते हैं?

उत्तर 5: प्रेमानंद महाराज राधा रानी के प्रखर भक्त हैं। वे अपने सत्संग के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देते हैं, जीवन जीने की कला सिखाते हैं, और ईश्वर के नाम का जप करने तथा नैतिक जीवन जीने पर जोर देते हैं।


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें)
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