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अब सिर्फ एक बूंद से घटेगी आंखों की रोशनी, सर्जरी की नहीं पड़ेगी जरूरत! Now just one drop will reduce the eye power, there will be no need for surgery!



भारत में लोगों की आंखों से अब हट जाएगा चश्मा !


हाल ही में एक ऐसी आई ड्रॉप को मंजूरी मिली है जो कि चश्मा हटा देगी। दरअसल भारत में चश्मे लगाने वालों के लिए बाजार में जल्द एक नई आई ड्रॉप आने वाली है। दावा है कि इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल से पढने के चश्मे को हटाने में मदद मिल सकती है। इस नई आई ड्रॉप को भारत की दवा नियामक एजेंसी ने मंजूरी दे दी है। 

कितने लोगो को है आंखके नंबर की तकलीफ?

अब सिर्फ एक बूंद से घटेगी आंखों की रोशनी, सर्जरी की नहीं पड़ेगी जरूरत!


दरअसल मुंबई में मौजूद एंटर्ड फार्मास्यूटिकल्स ने प्रेसबियोपिया के इलाज के लिए प्रेसवू आई ड्रॉप्स डेवलप किया है। प्रेसबियोपिया एक ऐसी कंडीशन है जिससे दुनिया भर में 1.09 बिलियन से 1.80 बिलियन लोग इफेक्टेड हैं। प्रेस बियो पिया उम्र बढ़ने के साथ होता है। जिसे नजदीकी चीजों को देखने में दिक्कत होती है। यह आमतौर पर 40 साल की उम्र में शुरू होता है और 60 के अंत तक ज्यादा हो जाता है। 

यह आइ ड्राप किसने बनाया है?


सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन सीडीएससीओ की सब्जेक्ट्स एक्सपर्ट कमेटी एसईसी द्वारा पहले प्रोडक्ट की सिफारिश किए जाने के बाद ईएनटीओडी फार्मास्यूटिकल्स को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अंतिम मंजूरी मिल गई है। 

दावा किया गया है कि प्रेसवू भारत में पहली आई ड्रॉप है जिसे प्रेसबायोपिया से पीड़ित लोगों में पड़ने के लिए चश्मे की जरूरत को कम करने के लिए तैयार किया गया है। ड्रॉप बनाने वालों ने इस अनूठे फॉर्मूलेशन और इसकी डेवलपमेंट  प्रोसेस के लिए पेटेंट के लिए आवेदन भी कर दिया है। 

यह आई ड्राप क्या करेगा आँखमे?


दावा है कि इनका फार्मूला ना केवल पढने के चश्मे की जरूरत को खत्म करता है बल्कि आंखों के लुब्रिकेशन का भी काम करता है। 

बताया गया कि इस आई ड्रॉप में एक एडवांस डायनेमिक बफर तकनीक है जो उसे आंसू के पीएच के लिए जल्दी से अनुकूलित करने की अनुमति देती है। जिससे इसे लंबे वक्त के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ड्रॉप का इस्तेमाल सालों तक किया जा सकता है। 

प्रेस वू को लेकर डॉक्टर ने कहा है प्रेस वू की एक्सेप्टेंस आई साइंस में एक काफी बड़ा डेवलपमेंट है। प्रेस बायोपिक वाले पेशेंट्स के लिए यह आई ड्रॉप एक गैर आक्रमक विकल्प प्रदान करता है जो पढ़ने के चश्मे की जरूरत के बिना पास वाली निगाह को बढ़ा सकता है। 

इसके अलावा डॉक्टर का कहना है कि प्रेसवू एक एडवांस ऑप्शन देता है जो 15 मिनट के अंदर ही करीब की निगाह को बढ़ाता है। 

कब मेडिकल्स में उपलब्ध होगा यह आई ड्राप??


अक्टूबर के पहले हफ्ते से प्रिस्क्रिप्शन आधारित आई ड्रॉप्स 350 ₹ की कीमत पर फार्मेसिओ पे उपलब्ध होंगे। ये दवा  40 से 55 साल की उम्र के लोगों में जिन्हें बहुत या फिर मीडियम प्रेस बायोपिया है उनके इलाज के लिए है।

जानकारी अच्छी लगी हो तो दुसरो को भी शेर कीजियेगा। 

(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
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