इंटरनेशनल मार्केट में रोजाना कच्चे तेल के दाम फ्लकचुएट होते हैं। जिसका सीधा असर भारत में पेट्रोल डीजल की कीमत पर पड़ता है।
CNG क्यों लोग ज्यादा यूज़ करते है?
फिलहाल देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत ₹100 प्रति लीटर से ज्यादा है। जिस वजह से कार यूजर्स की जेब पर तगड़ा बोझ पड़ रहा है। ऐसे में बहुत से कार यूजर्स ने अपनी पेट्रोल कार को सीएनजी में कन्वर्ट करवा लिया है। क्योंकि सीएनजी पेट्रोल की अपेक्षा में 10 से 20 रुपए सस्ती है। साथ ही पेट्रोल की तुलना में सीएनजी से कार में अच्छा माइलेज भी मिलता है। लेकिन इस सबके बावजूद पेट्रोल से सीएनजी में कार को कन्वर्ट कराने में काफी बड़ा नुकसान होता है। जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है।
पेट्रोल और CNG कार में क्या फर्क होता है?
पेट्रोल कार की तुलना में सीएनजी कार कम पावरफुल होती है। इसका पिकअप भी पेट्रोल कार की अपेक्षा में कम होता है। इसके पीछे बड़ी वजह यह होती है कि पेट्रोल की तुलना में सीएनजी की एनर्जी डेंसिटी कम होती है। जिससे यह कार को कम पावर दे देता है। साथ ही सीएनजी किट लगवाने से कार का बूट स्पेस भी कम हो जाता है। जिससे लंबी यात्रा के दौरान सामान रखने में काफी दिक्कत होती है।
पेट्रोल कार में सीएनजी किट फिट करवाने से क्या नुकसान होता है?
जब आप अपनी पेट्रोल कार में सीएनजी किट फिट करवाते हैं तो कार के पीछे की ओर 25 से 30 किलो वजन अपने आप बढ़ जाता है। यह वजन सीएनजी किट और सीएनजी का होता है। ऐसे में लगातार कार के पीछले हिस्से में पड़ने वाला यह वजन कार के बैक शौकर के लिए नुकसानदायक होता है।
सीएनजी किट से क्या नुकसान होता है?
सीएनजी किट को नियमित रूप से सर्विसिंग और मेंटेनेंस की जरूरत होती है। जाहिर है इसके लिए आपको पैसे भी ज्यादा लगेंगे। सीएनजी फिल्टर, गैस लाइन और अन्य घटकों को समय-समय पर बदलने की आवश्यकता भी होती है। साथ ही कार में सीएनजी यूज करने से इंजन पर दबाव भी बढ़ता है। क्योंकि सीएनजी पेट्रोल की तुलना में ज्यादा रिएक्ट करती है। मतलब यह है कि सीएनजी ज्यादा ज्वन शल होती है। और जिससे इंजन पर थोड़ा दबाव बढ़ जाता है। अगर आप लंबे समय तक सीएनजी यूज करते हैं तो कार के इंजन पर इसका काफी बुरा असर पड़ सकता है।
सीएनजी किट से कार की वेल्यू काम होती है?
अगर आप अपनी पेट्रोल कार को सीएनजी में कन्वर्ट कराते हैं तो आपकी कार की रिसेल वैल्यू भी कहीं ना कहीं कम हो जाएगी। साथ ही सीएनजी किट बाहर से फिट कराने में इसमें लीकेज का डर भी बना रहता है। क्योंकि फैक्ट्री फिटेड सीएनजी किट की तरह बाहर के मैकेनिक इसे इंस्टॉल नहीं कर सकते। ऐसे में दुर्घटना होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ सकती है।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
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