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गुजरात उपचुनाव परिणाम LIVE | विसावदर उपचुनाव के नतीजे लाइव



आज, 23 जून, 2025, को गुजरात के राजनीतिक गलियारों की निगाहें कड़ी और विसवादार विधानसभा सीटों पर टिक गई हैं, जहां हुए बहुप्रतीक्षित उपचुनावों के परिणाम आज घोषित होने जा रहे हैं। ये दोनों सीटें न केवल संबंधित क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनके नतीजे राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकते हैं। इन सीटों पर हुए मतदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।

गुजरात उपचुनाव परिणाम LIVE | विसावदर उपचुनाव के नतीजे लाइव

 

पृष्ठभूमि और चुनाव का महत्व:

हाल ही में, इन दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनकी आवश्यकता विभिन्न कारणों से हुई, जैसे कि मौजूदा विधायकों का इस्तीफा या अन्य परिस्थितियाँ। इन उपचुनावों को सिर्फ सीटों के जीतने-हारने तक सीमित नहीं देखा जा रहा है, बल्कि ये गुजरात में बदलती राजनीतिक गतिशीलता का एक लिटमस टेस्ट भी माने जा रहे हैं।.

कडी विधानसभा उपचुनाव: 57.51% मतदान

कडी विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए मतों की गिनती मेहसाणा के मेवाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में की जाएगी। सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली यह प्रक्रिया 14 टेबलों पर कुल 21 राउंड में पूरी होगी। मतों की गिनती में 200 से अधिक कर्मचारी शामिल होंगे। कडी विधानसभा उपचुनाव में कुल 2,89,927 मतदाताओं में से 1,67,891 मतदाताओं ने मतदान किया, जो कुल 57.51 प्रतिशत मतदान है। 

Kadi Election Count Live : Check Live Result  

विसावदर विधानसभा उपचुनाव में 56.89% मतदान

विसावदर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भी कल घोषित किए जाएंगे। मतगणना जूनागढ़ के कृषि विश्वविद्यालय में सुबह 8 बजे से होगी। विसावदर विधानसभा सीट पर कुल 294 बूथ हैं। जहां 14 टेबल पर 21 राउंड में मतगणना होगी। इस सीट पर आप के गोपाल इटालिया और भाजपा के किरीट पटेल तथा कांग्रेस के नितिन रणपरिया के बीच मुकाबला होगा। 

Visavadar Election Count Live : Check Live Result 

  • विसावदर में 13वें राउंड के अंत में इटली 9,678 वोटों से आगे
  • विसावदर में 13वें राउंड के अंत में इटली 9,678 वोटों से आगे
  • विसावदर में 13वें राउंड के अंत में किरीट पटेल पीछे
  • विसावदर में आप के गोपाल इटली को 47 हजार 95 वोट मिले
  • विसावदर में भाजपा के किरीट पटेल को 37 हजार 417 वोट मिले
  • विसावदर में कांग्रेस के नितिन रणपरिया को 4 हजार 17 वोट मिले 

विसावदर में छठे राउंड के अंत में भाजपा की बढ़त कम हुई

विसावदर में छठे राउंड के अंत में आप से 411 वोट आगे
आप: 19104

भाजपा: 19515

कांग्रेस: ​​1800 

विशेष रूप से, विसवादार सीट पर कुछ मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान भी आयोजित किया गया था, जिसने इस सीट के महत्व और लोगों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। यह पुनर्मतदान दर्शाता है कि चुनाव आयोग भी निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कितना प्रतिबद्ध है।

त्रिकोणीय मुकाबला: कौन किस पर भारी?

कड़ी और विसवादार दोनों ही सीटों पर परंपरागत रूप से भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलता रहा है। हालांकि, इस बार आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवेश ने मुकाबले को पूरी तरह से त्रिकोणीय बना दिया है। तीनों ही पार्टियों ने इन सीटों पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी और जमकर प्रचार किया था।

  1. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा): सत्ता की पकड़ बरकरार रखने की चुनौती

    गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए इन सीटों पर जीत प्रतिष्ठा का प्रश्न है। पिछले कुछ वर्षों में भाजपा ने गुजरात में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। इन उपचुनावों में जीत न केवल उनकी मौजूदा स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि राज्य में उनके जनाधार को भी प्रदर्शित करेगी। यह जीत पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएगी और आने वाले बड़े चुनावों के लिए एक सकारात्मक संकेत देगी। यदि भाजपा दोनों सीटों पर जीत हासिल करती है, तो यह दर्शाता है कि राज्य में उनकी लहर अभी भी बरकरार है।

  2. कांग्रेस: खोई हुई जमीन वापस पाने की जद्दोजहद

    एक समय गुजरात में मजबूत विपक्ष के रूप में रही कांग्रेस के लिए ये उपचुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं। पार्टी लगातार राज्य में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का प्रयास कर रही है। इन सीटों पर जीत कांग्रेस के लिए एक संजीवनी साबित हो सकती है, जिससे कार्यकर्ता उत्साहित होंगे और पार्टी को आगामी चुनावों के लिए एक नई दिशा मिलेगी। यदि कांग्रेस एक भी सीट जीतने में सफल रहती है, तो यह उनके लिए एक बड़ी नैतिक जीत होगी और राज्य में एक मजबूत विपक्षी दल के रूप में उनकी वापसी के संकेत मिलेंगे।

  3. आम आदमी पार्टी (आप): गुजरात में foothold बनाने का अवसर

    अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने पंजाब और दिल्ली में अपनी सफलता के बाद गुजरात में भी अपनी पैठ बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में 'आप' ने कुछ सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया था और कुछ प्रतिशत वोट हासिल करने में भी सफल रही थी। इन उपचुनावों को 'आप' राज्य में अपने प्रभाव को बढ़ाने और एक तीसरे विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करने के एक बड़े अवसर के रूप में देख रही है। यदि 'आप' कड़ी या विसवादार में से किसी भी सीट पर जीत हासिल करती है, तो यह गुजरात की राजनीति में उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा और यह साबित करेगा कि वे राज्य में एक गंभीर खिलाड़ी बन रहे हैं।

मतगणना प्रक्रिया और अपेक्षित परिणाम:

मतगणना आज सुबह से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो गई है। विभिन्न मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती के कई राउंड आयोजित किए जा रहे हैं। सुबह से ही शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं, हालांकि अंतिम परिणामों के लिए कुछ घंटों का इंतजार करना होगा। पोस्टल मतपत्रों की गिनती पहले की जा रही है, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से मतों की गिनती शुरू की गई है। चुनाव आयोग की वेबसाइट और विभिन्न मीडिया आउटलेट्स पर परिणामों के ताजा अपडेट उपलब्ध होंगे।

गुजरात की राजनीति पर संभावित असर:

इन उपचुनावों के परिणाम गुजरात के राजनीतिक भविष्य पर कई तरह से असर डाल सकते हैं:

  • सत्ता संतुलन: भले ही ये केवल दो सीटें हैं, लेकिन इनके परिणाम से विधानसभा में सीटों का गणित थोड़ा बदल सकता है, खासकर यदि सत्ताधारी दल या विपक्ष में कोई बड़ा उलटफेर होता है।
  • पार्टियों का मनोबल: हार-जीत का असर संबंधित पार्टियों के कार्यकर्ताओं के मनोबल पर पड़ेगा। जीत से उत्साह बढ़ेगा, जबकि हार से आत्मनिरीक्षण का दौर शुरू हो सकता है।
  • आगामी रणनीति: इन परिणामों के आधार पर तीनों प्रमुख पार्टियां अपनी आगामी राज्यव्यापी रणनीति तय कर सकती हैं, खासकर 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए।
  • जनादेश का संकेत: ये उपचुनाव राज्य की जनता के वर्तमान मूड और किसी विशेष पार्टी या विचारधारा के प्रति उनके रुझान का संकेत दे सकते हैं। यदि 'आप' अच्छा प्रदर्शन करती है, तो यह गुजरात में एक नए राजनीतिक समीकरण की शुरुआत हो सकती है।
  • स्थानीय मुद्दों का प्रभाव: उपचुनाव अक्सर स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवारों के व्यक्तिगत प्रभाव से प्रभावित होते हैं। इन परिणामों से यह भी पता चलेगा कि स्थानीय मुद्दे कितने प्रभावी रहे और पार्टियां उन पर कितना खरा उतर पाईं।

निष्कर्ष:

कड़ी और विसवादार उपचुनाव के परिणाम आज घोषित होने जा रहे हैं, और निश्चित रूप से ये गुजरात की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा अपनी सत्ता पर पकड़ बनाए रखती है, या कांग्रेस एक पुनरुत्थान दर्ज करती है, या फिर आम आदमी पार्टी गुजरात में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने में सफल रहती है। इन परिणामों पर न केवल राज्य के नेता, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक विश्लेषक भी अपनी नजरें बनाए हुए हैं, क्योंकि ये भविष्य की चुनावी रणनीतियों और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में सहायक होंगे।


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें)
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RRR

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