भारतीय धार्मिक गुरुओं में लोगों के विश्वास को समझना एक जटिल और विविधता से भरा हुआ विषय है। क्योंकि यह आपकी संस्कृति इतिहास और आध्यात्मिकता के गहरे स्तरों से जुड़ा हुआ है।
भारतीय समाज में धार्मिक गुरुओं का एक विशेष स्थान है और वह इसलिए है क्योंकि वह आध्यात्मिक, मार्गदर्शन, नैतिक शिक्षा और धार्मिक रिचुअल्स का नेतृत्व करते हैं। भारतीय धार्मिक गुरुओं में विश्वास तब एक संवेदनशील मुद्दा बन जाता है जब वह आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं। यह स्थिति कई बार अनुयायियों के लिए भ्रमित करने वाली और दर्दनाक होती है। जब उनके विश्वास के साथ खिलवाड़ किया जाता है।
भारत में कई आध्यात्मिक गुरुओं पर गंभीर आपराधिक मामलों के आरोप लगे हैं। इन मामलों में अक्सर यौन पीड़न, हत्या और वित्तीय धोखा धड़ी शामिल होती है।
आसाराम बापू
आसाराम बापू पर 2013 में एक महिला शिष्य द्वारा बलात्कार का आरोप लगाया गया था। 19 जनवरी 2023 में इस मामले में जीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इसके अलावा 2013 में राजस्थान के उनके आश्रम में एक नाबालिक लड़की के साथ बलात्कार के मामले में भी वह जेल में है। आसाराम बापू के विवादों ने भारत में स्वघोषित संतों और उनके प्रभाव के बारे में व्यापक बहस को जन्म दिया है। उनके मामले ने समाज में इन संतों की जवाबदेही और उनके अनुयायियों के प्रति उनके कर्तव्यों पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं।
गुरमीत राम रहीम सिंह
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दो शिष्या के बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा मिली है। इसके अलावा 2002 में एक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या में भी उन्हें दोषी ठहराया गया था। 2 साल गुरमीत सिंह के हुजूर महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह में बदलने की घटनाएं काल्पनिक कहानियों पर आधारित है। एक संपन्न जमींदार परिवार में जन्मे गुरमीत सिंह का रुझान आध्यात्मिक नहीं था लेकिन घटनाओं के एक आश्चर्यजनक मोड़ में सिंह को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के रूप में नियुक्त कर दिया गया। हुजूर महाराज गुरमीत राम रहीम के रूप में नया नाम दिया गया। डेरा जिसके दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों में बड़े पैमाने पर शिष्य हैं। राम रहीम एक फिल्म निर्माता, अभिनेता और गायक भी हैं और कई फिल्मों और संगीत एल्बम में काम किया है। उनकी फिल्म और संगीत वीडियो में खुद मुख्य भूमिका निभाते हैं और उन्हें उनके यों के बीच लोकप्रियता मिली है।
स्वामी नित्यानंद
जिनका पूरा नाम परमहंस नित्यानंद है। स्वामी नित्यानंद का जीवन विवादों से घिरा रहा। 2010 में उनके खिलाफ एक वीडियो सामने आया जिसमें उन्हें एक अभिनेत्री के साथ आपत्ति जनक स्थिति में दिखाया गया था। इस घटना के बाद उनके खिलाफ बलात्कार और योन शोषण के आरोप भी लगे। उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनके खिलाफ एक साजिश है। हाल के सालों में नित्यानंद पर और भी गंभीर आरोप लगे जिनमें बच्चों के अपहरण और उनके अनुयायियों को धोखा देने के आरोप शामिल हैं। इन विवादों के चलते वे भारत से भाग गए और तब से उनका ठिकाना अज्ञात है। उन्होंने कथित तौर पर एक स्वतंत्र राष्ट्र कैलाशा की स्थापना की है। जो उनके अनुसार हिंदू धर्म और संस्कृति को समर्पित है। स्वामी नित्यानंद के जीवन और उनके कार्यों ने समाज में धर्म गुरुओं की भूमिका और उनकी नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनके विवादों ने दिखाया है कि कैसे धार्मिक नेताओं का दुरुपयोग हो सकता है और उनके अनुयायियों के विश्वास का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
जाकिर नायक
भारत ने 2016 में जाकिर नायक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन यानी आईआरएफ पर प्रतिबंध लगा दिया था। कथित तौर पर नफरत फैलाने वाले भाषण को बढ़ावा देने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। मीडिया में भारत और विदेशों में मुस्लिम युवाओं और आतंकवादियों को आतंकवादी कामों के लिए उकसाने में उसकी भागीदारी के कई आरोप लगाए गए। जाकिर नायक खुद को इस्लामी धर्म गुरु और उपदेशक बताता है। नायक खुद को शांतिदूत के तौर पर भी पेश करता है। हालांकि उसके भाषणों से शांति तो नहीं बल्कि हिंसा ही बढ़ती है। जाकिर नायक भारत में वांटेड है ईडी और एनआईए ने उसे वांटेड घोषित कर रखा है। उस पर भड़काऊ भाषण देने मनी लरिंग करने और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप है। रिपोर्ट्स के अनुसार जाकिर नायक अभी मलेशिया में रहता है।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
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