સમાચાર WhatsApp પર મેળવવા માટે જોડાવ Join Now

नेपाल के Tribhuvan Airport पर क्‍यों फिसलते हैं विमान, Why do planes skid at Nepal's Tribhuvan Airport?



24 जुलाई को नेपाल के काठमांडू में एक बड़ा विमान हादसा हो गया। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई। हैरान करने वाली बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर कोई विमान क्रैश हुआ। त्रिभुवन एयरपोर्ट पर विमान क्रैश की एक लंबी लिस्ट है। 

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे त्रिभुवन एयरपोर्ट पर कब कब बड़े विमान हादसे हुए हैं ?

Nepal Plane Crash


इन हादसों की आखिर वजह क्या है ?


त्रिभुवन एयरपोर्ट की बात करें तो इस एयरपोर्ट को नेविगेट करने के लिए दुनिया के सबसे कठिन हवाई अड्डों में से एक माना जाता है। एयरपोर्ट की शुरुआत साल 1944 में हुई थी। तब से यह नेपाल के लिए मुख्य प्रवेश द्वार रहा है। यह देश के राष्ट्रीय एयरलाइन नेपाल एयरलाइंस और कई इंटरनेशनल एयर लाइनों का घर है। एयरपोर्ट में दो टर्मिनल हैं। एक डोमेस्टिक दूसरा इंटरनेशनल। 

एयरपोर्ट और इसकी भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि विमान दुर्घटना की संभावना हमेशा ही बनी रहती है। त्रिभुवन एयरपोर्ट मध्य नेपाल के काठमांडू घाटी में स्थित है। जो सभी तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां से हिमालय कई किलोमीटर दूर स्थित है लेकिन उनकी निकटता हवा की दिशा और तीव्रता स्थानीय मौसम को काफी प्रभावित करती है। हिमालय से आने वाली हवाओं के कारण यहां कभी भी मौसम बदल सकता है। यह हवाएं विमान की लैंडिंग या टेक ऑफ को भी प्रभावित करती है। 

त्रिभुवन एयरपोर्ट के पास केवल एक ही रन में है जिसके चलते प्लेंस को टेक ऑफ और लैंडिंग में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हवाई अड्डे की लंबाई भी चिंता का विषय है। इसकी लंबाई अन्य इंटरनेशनल हवाई अड्डों की तुलना में कम है। त्रिभुवन एयरपोर्ट का हवाई अड्डा लगभग 3000 मीटर लंबा है जबकि अन्य सामान्य एयरपोर्ट के रनवे लगभग 3500 मीटर लंबे हैं। रनवे भी अधिक ऊंचाई पर बना है जिसकी वजह से यहां प्लेंस को उड़ान भरने और उतरने में अधिक समय लगता है। इसीलिए अच्छे और अनुभवी पायलटों को ही नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर विमान उड़ाने की इजाजत दी जाती है। 

अब जानिए नेपाल के इस एयरपोर्ट में कब-कब हादसे हुए ?


नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर सबसे बड़ा भीषण विमान हादसा 28 सितंबर साल 1992 में हुआ था। जहां पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन का एक विमान एयर बस a300 लैंडिंग के समय क्रैश हो गया था। विमान ने काठमांडू में उतरने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा हो नहीं सका और हादसा हो गया। इस हादसे में प्लेन के क्रू मेंबर समेत 167 लोग सवार थे। यह सभी प्लेन क्रैश में मारे गए थे। नेपाल के इतिहास में यह सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक है। 

दूसरा हादसा 4 मार्च 2015 को हुआ। साल 2015 में तुर्की एयरलाइन का एक विमान घने कोहरे के बीच नेपाल में क्रैश लैंडिंग के बाद रनवे पर देखा गया। 238 लोगों को ले जा रहा यह एयर बस काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर रनवे से आगे निकल गया था। दुर्घटना में कोई भी यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ था। 

तीसरा हादसा 12 मार्च 2018 को हुआ। जहां 71 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहा एक विमान नेपाल के काठमांडू एयरपोर्ट पर उतरते समय दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 49 लोगों की मौत हो गई थी। इसके लिए एयरलाइन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दोषी ठहराया। हालांकि हवाई अड्डे का कहना था कि विमान गलत दिशा से आया था। 

चौथा हादसा 28 अगस्त 2018 को हुआ जब नेपाल की इंटर नेशनल एयरपोर्ट पर एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसमें 51 लोगों की मौत हो गई। ऐसा बताया गया कि विमान का कैप्टन इमोशनली डिस्टर्ब था। जांचकर्ताओं ने कहा कि कैप्टन आबिद सुल्तान उड़ान के दौरान रो पड़े। क्योंकि एक सहकर्मी ने उनकी कुशलता पर सवाल उठाए थे। 

पांचवा हादसा 5 जनवरी 2023 को हुआ। यति एयरलाइन का एटीआर 72 विमान पोखरा के पास एक खाई में दुर्घटना ग्रस्त हो गया। जिसमें सवार सभी 72 लोगों की मौत हो गई। 

Watch to reecent Plane Crash Video:- Click Here


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
વોટ્સએપ ગ્રુપમાં જોડાવો Join Now
Telegram Group Join Now
Now

Post a Comment

Previous Post Next Post
Join Our Group!