સમાચાર WhatsApp પર મેળવવા માટે જોડાવ Join Now

क्या मधुमेह की दवा हृदय रोग के लिए सुरक्षित है? Are diabetes medications safe for heart disease?



सोशल मीडिया के जमाने में हार्ट डिसीज को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं। बहुत से लोग इस पर यकीन कर खुद की सेहत को खतरे में डाल रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि हार्ट से जुड़ी कुछ बातों को लेकर सावधान रहना चाहिए। 

उन्हीं में से एक सवाल सोशल मीडिया पर यह भी घूमता है कि क्या हार्ट डिसीज से बचा सकती हैं डायबिटीज की दवाएं आखिर क्या है ?

શું ડાયાબિટીસની દવાઓ હૃદય રોગ માટે સલામત છે? આવો જાણીયે હકીકત


इसकी सच्चाई आइए आपको बताते हैं ?

जैसा कि आप जानते हैं हार्ट हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है। अगर हार्ट ना हो लाइफ खत्म हो जाएगी। यह खून को प्योर करता है और उसे पंप कर शरीर के हर अंग तक पहुंचाता है। हार्ट में खून धमनियों के जरिए पहुंचता है और फिर रक्त वाहिनी हों से बाकी अंगों तक। इसलिए धमनियों का हेल्दी रहना बेहद जरूरी है। 

आजकल खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से ज्यादातर लोग हार्ट से जुड़ी किसी ना किसी परेशानी से जूझ रहे हैं। उन्हें हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक जैसे खतरे हैं। हार्ट डिसीज को लेकर लोगों में कई कंफ्यूजन और सोशल मीडिया के जमाने में  कई मिथ भी हैं। जिसे सच मानकर लोग खुद की सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 

सबसे पहला मिथ तो यह है कि डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी समस्या एक दूसरे से जुड़ी हुई है। डायबिटीज की बहुत सी प्रॉब्लम्स हार्ट डिसीज के भी रिस्क हैं। सबसे पहला तो रिस्क यह है कि डायबिटीज की दवा से दिल सुरक्षित रहता है। लेकिन आपको इसका फैक्ट बता देते हैं। दरअसल डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी समस्याएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। डायबिटीज की बहुत सी प्रॉब्लम्स हार्ट डिसीज के भी रिस्क हैं। डायबिटीज की दवा ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है। और हार्ट डिसीज के खतरे को भी कम कर सकती है। लेकिन यह पूरी तरह हार्ट की सुरक्षा करें इसमें कोई सच्चाई नहीं है। 

इसके अलावा एक मिथ है कि चेस्ट पेन मतलब हार्ट डिसीज। दिल में दर्द हार्ट डिसीज का एक मात्र संकेत नहीं है। इसके अलावा जबड़े और गर्दन में दर्द भी हार्ट अटैक आने के लक्षण हो सकते हैं। बिना किसी लक्षण के भी हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा अलर्ट रहना चाहिए। 

हार्ट की समस्याओं में सिर्फ उबली चीजें खानी चाहिए यह भी एक मिथ है। लेकिन इसका फैक्ट क्या है आइए आपको बताते हैं। 


हार्ट के मरीजों को हर कोई यही सलाह देता है कि उबली हुई चीजें ही खाएं। तेल मसाला नमक से दूर रहें। हार्ट की समस्या होने पर सैचुरेटेड फैट, हाइड्रोजेनेटेड फैट और ट्रांस फैट खाना बंद कर देना चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सिर्फ उबली ही चीजों का सेवन करें। 

इसके अलावा एक और मिथ है कि छोटा हार्ट अटैक कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। अगर इसके फैक्ट की बात करें तो हार्ट अटैक छोटा या बड़ा नहीं होता है। यह बेहद खतरनाक होता है। इसमें सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर की ही बात माननी चाहिए। हार्ट की सेहत का हमेशा ख्याल रखना चाहिए वरना स्थिति गंभीर हो सकती है। 

(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
વોટ્સએપ ગ્રુપમાં જોડાવો Join Now
Telegram Group Join Now
Now

Post a Comment

Previous Post Next Post