- फूड कोमा का एक प्रमुख लक्षण खाने के तुरंत बाद गहरी नींद आना है
- बहुत अधिक कार्बोहाइड्रेट का सेवन भी इस समस्या का कारण बनता है
- रात को कम से कम 7 घंटे की नींद लें
फूड कोमा के लक्षण और कारण: कई लोगों को खाना खाने के बाद बहुत सुस्ती और नींद महसूस होती है। इसके अलावा पूरा शरीर सुस्त हो जाता है और किसी भी काम में ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा आमतौर पर लगभग सभी लोगों के साथ होता है, लेकिन कुछ लोगों में यह समस्या अधिक होती है। इस समस्या को बोलचाल की भाषा में फूड कोमा कहा जाता है।
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लंच के बाद नींद क्या बीमारी है ?
विज्ञान की भाषा में इसे पोस्टप्रांडियल उनींदापन कहा जाता है, जिसका सीधा सा अर्थ है भोजन के बाद नींद आना या सुस्ती। कई लोग फूड कोमा के शिकार होते हैं। फूड कोमा का सबसे बड़ा लक्षण खाना खाने के तुरंत बाद गहरी नींद आना है, ज्यादातर लोगों को इसका अनुभव दोपहर के भोजन के बाद होता है।
फूड कोमा क्या है?
व्यक्ति कई कारणों से खाने के बाद सुस्ती और पेट फूला हुआ महसूस करता है। कभी-कभी यह स्थिति बहुत अधिक कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने के कारण भी होती है। इस स्थिति को फूड कोमा कहा जाता है। फूड कोमा में व्यक्ति को खाने के बाद नींद और थकान महसूस होती है और ज्यादातर लोगों को दोपहर के भोजन के बाद लक्षणों का अनुभव होता है। आइए जानते हैं फूड कोमा के सामान्य लक्षण क्या हैं...
फूड कोमा का सामान्य लक्षण ?
- सो जाना
- आलस्य
- थकान
- शक्ति की कमी
- ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ
फूड कोमा कारण क्या है?
मेडिकल साइंस में फूड कोमा को पोस्टप्रांडियल उनींदापन कहा जाता है और यह बहुत अधिक खाने के बाद होता है। गौरतलब है कि इसे पोस्ट लंच डिप भी कहा जाता है. इसके अन्य कारणों में अधिक खाना, रक्त परिसंचरण में बदलाव, उच्च कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन खाना, मस्तिष्क और नींद के हार्मोन पर भोजन का प्रभाव शामिल है।
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फूड कोमा से कैसे बचें ?
- दोपहर में हल्का भोजन करें
- भोजन के कुछ मिनट बाद पानी पियें
- रात को कम से कम 7 घंटे की नींद लें
- भोजन के बाद थोड़ी देर टहलें
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(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
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