प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए लोग अक्सर अंडे और दूध का सेवन करते हैं। इन दोनों चीजों में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है और ये मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं।
अगर आप भी अब तक अंडे और दूध का सेवन करते आए हैं तो आपको छोला दाल जरूर ट्राई करनी चाहिए। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक कटोरी छोला दाल में 2 अंडों जितना प्रोटीन होता है और इसे दुनिया की सबसे ताकतवर दाल माना जाता है। इस दाल का सेवन करने से आपका शरीर पहलवान जैसा बन जाएगा। इस दाल को प्रोटीन और कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत माना जा सकता है.
अंडे और दूध का उत्तम प्रोटीन स्रोत
रिपोर्ट के मुताबिक, शाकाहारियों के लिए चोला की दाल प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत मानी जा सकती है। ये दालें प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर और खनिजों का भंडार हैं। एक कप चोला की दाल या 170 ग्राम बीन्स में 13 ग्राम प्रोटीन होता है, जो एक अंडे से लगभग दोगुना होता है। इस दाल में दूध से करीब 4 गुना ज्यादा प्रोटीन होता है. 100 ग्राम दूध में 3.4 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि चावल में इससे कई गुना ज्यादा प्रोटीन होता है. यह दाल सेहत के लिए चिकन से भी ज्यादा फायदेमंद मानी जा सकती है। यह दाल सेहत के लिए चमत्कारी मानी जा सकती है. यह शरीर को ऊर्जा से भर सकता है.
चोला की दाल : शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत
चोला की दाल खाने से आप पूरे दिन ऊर्जा महसूस कर सकते हैं। यह दाल आपकी मांसपेशियों को मजबूत कर पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिला सकती है। ये दालें फाइबर से भरपूर होती हैं, जो पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती हैं। छोला दाल में अच्छी मात्रा में मैंगनीज होता है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और कमजोरी दूर करता है।
चोला की दाल: ऊर्जा से भरपूर, मांसपेशियों को मजबूती देने वाली अद्भुत फायदे
इस दाल को कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट का खजाना माना जा सकता है। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर की ऊर्जा उत्पादक कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इतना ही नहीं छोले की दाल मधुमेह के रोगियों के लिए भी रामबाण मानी जा सकती है।
Buy : Chola Dal
कई अध्ययनों से पता चलता है कि छोला दाल खाने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) Share
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